दोस्तों हम जानते हैं आपको सबसे बेहतर Mausam Shayari की तलाश है इसी लिए तो हम आपके लिए सबसे खास मौसम शायरी लेकर आये हैं | ये जो मौसम है ये हमेशा बदलता रहता है और इसमें बारिश का मौसम सर्दी और गर्मी का मौसम सभी हमे चैन और सकूँन देते हैं बस फर्क इतना होता है की हम एक ही तरह के मौसम से बोर हो जाते हैं.
हमने यहाँ मौसम को काफी गहराई से लफ्ज़को में उतारा है, ये बारिश की बूंदें और आसमान पर छायी ये घटा आपको हमारी शायरी पढ़ने के अंदाज़ में चार चाँद लगा देगी | आप हमारे द्वारा साझा की गयी mausam shayari hindi को अपने सोशल मीडिया पेज पर भी शेयर कर सकते हैं.
Best Mausam Shayari Collection in Hindi
मैं आखिर कौनसा मौसम तुम्हारे नाम कर दु,
यहां हर मौसम को गुज़र जाने की जल्दी है.
फितरत ही कुछ ऐसी है इस जहान की,
यहां तो बदल तक रंग बदलते हैं.
मुझे फ़ुर्शत हु कहा है के मौसम सुहाना देखूं,
आप की याद से निकलूं तो ज़माना देखूं.
ढलने लगी थी शाम के तुम याद आ गए,
फिर यूं हुआ के रात बहुत देर तक चली.
मौसम जो ज़रा सर्द हुआ,
फिर वही पुराना दर्द हुआ.
कभी करीब तो कभी बहुत दूर होते है,
ये मोहब्बत के भी मौसम अजीब होते है.
हज़ार बार ये मौसम बदल गया लेकिन,
हमारी उनसे बिछड़ने की वो तारीख ना बदली.
है बहुत अंधेरा अब सूरज निकलना चाहिए,
जिस तरह से भी हो ये मौसम बदलना चाहिए.
बारिश ओर मौसम दोनो ही यादगार होते है,
बारिश मै जिस्म भीगता है और मोहब्बत में आंखे.
एक तो बादल बिना मौसम बरसाते रहे,
दूसरे हम जो तुझे देखने को तराशते रहे.
मेरे ही आसमा का रंग है ऐसा,
या शाम कहीं ओर भी उदास है.
मौसम ए मिज़ाज, गुलज़ार कर गए,
उफ्फ वो मुस्कुराए, कर्जदार कर गए.
कहीं फिसल ना जाओ सम्भल कर रहना,
मौसम बारिश का भी है, और मोहब्बत का भी.
Mausam Shayari 2 Line in Hindi
कितना भी बदल जा तू मौसम,
इंसान से ज्यादा बदलने का हुनर नहीं है तुझमें.
मौसम से सीखा है मैने बदलना,
अगर मैं बदलू तो दोष कुदरत को देना.
कोई मौसम होता तो बयां कर देता मै,
उनके हुस्न को बयां करना मेरे बस्की बात नहीं.
मौसम की मिसाल दु या तुम्हारी,
कोई पूछ बैठा है बदलना किसको कहते है.
तेरा शहर भी तेरी तरह निकला,
बेवफा होकर भी खूब रौशन.
दूर होकर भी पास हो तुम,
एक अलग सा एहसास हो तुम.
कोई आशिक भी ना रोया हो इतना, अपने महसूब से बिछड़ने के बाद,
जितना ये आसमान तो रहा है बिना किसी चांद के.
बदलते मौसम के साथ लोग भी बदल जाते है,
पर मौसम फिर से लौट आते है, मगर लोगो नहीं.
मंजर भी बेनूर थे,
ओर फिजाएं भी बेरंग थी,
तुम्हारक याद आई और मौसम सुहाने हो गए.
ए मौसम कैसी है ये तेरी बेवफाई,
परायों की याद को मिटाना था,
तूने तो अपनों की ही करदी सफाई.
इस तरह भीगे हम तेरी बारिश में,
के खुश्क मौसम में भी तेरे एहसास है.
फ़िर कहा अपने मौसम सुहाने हुए,
हमे उनसे बिछड़े ज़माने हुए.
हवा तो रात दिन चलती रहेगी,
ये शम्मा रात भर जलती रहेगी,अब ये मुमकिन नहीं वो लौट आए,
ज़िन्दगी बस यूंही चलती रहेगी.
Suhana Mausam Shayari Collection in Hindi
हम बदल नहीं सके तेरे लिए,
मगर बदल गए है तेरी वजह से.
दिल बहुत करता है के तुमसे बात करूं,
लेकिन दिल की ही ख्वाइश है के शुरुआत तुम करो.
अच्छी किताबें और अच्छे लोग,
तुरंत समंझ नहीं आते इन्हें पढ़ना पड़ता है.
जितने हम उन्हें देखने को तरसते हैं,
उससे कहीं ज्यादा तो बदल बरसते है.
जो मौसम गुज़र गए, उन्हें क्या पता,
यादों का बोझ कितना भारी होता है.
ए बारिश जरा थम के बरस,
जब मेरा दोस्त आ जाए तो जम के बरस,
पहले ना बरस कि वो आ ना सके,
फिर इतना बरस की वह जा ना सके.
इन्हे जरुर पढ़े