Ultimate 30+ Best Mausam Shayari in Hindi | मौसम पर लिखी शायरी

दोस्तों हम जानते हैं आपको सबसे बेहतर Mausam Shayari की तलाश है इसी लिए तो हम आपके लिए सबसे खास मौसम शायरी लेकर आये हैं | ये जो मौसम है ये हमेशा बदलता रहता है और इसमें बारिश का मौसम सर्दी और गर्मी का मौसम सभी हमे चैन और सकूँन देते हैं बस फर्क इतना होता है की हम एक ही तरह के मौसम से बोर हो जाते हैं.

हमने यहाँ मौसम को काफी गहराई से लफ्ज़को में उतारा है, ये बारिश की बूंदें और आसमान पर छायी ये घटा आपको हमारी शायरी पढ़ने के अंदाज़ में चार चाँद लगा देगी | आप हमारे द्वारा साझा की गयी mausam shayari hindi को अपने सोशल मीडिया पेज पर भी शेयर कर सकते हैं.

Best Mausam Shayari Collection in Hindi

mausam shayari

मैं आखिर कौनसा मौसम तुम्हारे नाम कर दु,
यहां हर मौसम को गुज़र जाने की जल्दी है.

mausam shayari

फितरत ही कुछ ऐसी है इस जहान की,
यहां तो बदल तक रंग बदलते हैं.

mausam shayari

मुझे फ़ुर्शत हु कहा है के मौसम सुहाना देखूं,
आप की याद से निकलूं तो ज़माना देखूं.

mausam shayari

ढलने लगी थी शाम के तुम याद आ गए,
फिर यूं हुआ के रात बहुत देर तक चली.

mausam shayari

मौसम जो ज़रा सर्द हुआ,
फिर वही पुराना दर्द हुआ.

mausam shayari

कभी करीब तो कभी बहुत दूर होते है,
ये मोहब्बत के भी मौसम अजीब होते है.

mausam shayari

हज़ार बार ये मौसम बदल गया लेकिन,
हमारी उनसे बिछड़ने की वो तारीख ना बदली.

mausam shayari

है बहुत अंधेरा अब सूरज निकलना चाहिए,
जिस तरह से भी हो ये मौसम बदलना चाहिए.

mausam shayari

बारिश ओर मौसम दोनो ही यादगार होते है,
बारिश मै जिस्म भीगता है और मोहब्बत में आंखे.

mausam shayari

एक तो बादल बिना मौसम बरसाते रहे,
दूसरे हम जो तुझे देखने को तराशते रहे.

mausam shayari

मेरे ही आसमा का रंग है ऐसा,
या शाम कहीं ओर भी उदास है.

mausam shayari

मौसम ए मिज़ाज, गुलज़ार कर गए,
उफ्फ वो मुस्कुराए, कर्जदार कर गए.

mausam shayari

कहीं फिसल ना जाओ सम्भल कर रहना,
मौसम बारिश का भी है, और मोहब्बत का भी.

Mausam Shayari 2 Line in Hindi

mausam shayari

कितना भी बदल जा तू मौसम,
इंसान से ज्यादा बदलने का हुनर नहीं है तुझमें.

mausam shayari

मौसम से सीखा है मैने बदलना,
अगर मैं बदलू तो दोष कुदरत को देना.

mausam shayari

कोई मौसम होता तो बयां कर देता मै,
उनके हुस्न को बयां करना मेरे बस्की बात नहीं.

mausam shayari

मौसम की मिसाल दु या तुम्हारी,
कोई पूछ बैठा है बदलना किसको कहते है.

mausam shayari

तेरा शहर भी तेरी तरह निकला,
बेवफा होकर भी खूब रौशन.

mausam shayari

दूर होकर भी पास हो तुम,
एक अलग सा एहसास हो तुम.

mausam shayari

कोई आशिक भी ना रोया हो इतना, अपने महसूब से बिछड़ने के बाद,
जितना ये आसमान तो रहा है बिना किसी चांद के.

mausam shayari

बदलते मौसम के साथ लोग भी बदल जाते है,
पर मौसम फिर से लौट आते है, मगर लोगो नहीं.

mausam shayari

मंजर भी बेनूर थे,
ओर फिजाएं भी बेरंग थी,
तुम्हारक याद आई और मौसम सुहाने हो गए.

mausam shayari

ए मौसम कैसी है ये तेरी बेवफाई,
परायों की याद को मिटाना था,
तूने तो अपनों की ही करदी सफाई.

mausam shayari

इस तरह भीगे हम तेरी बारिश में,
के खुश्क मौसम में भी तेरे एहसास है.

mausam shayari

फ़िर कहा अपने मौसम सुहाने हुए,
हमे उनसे बिछड़े ज़माने हुए.

mausam shayari

हवा तो रात दिन चलती रहेगी,
ये शम्मा रात भर जलती रहेगी,

अब ये मुमकिन नहीं वो लौट आए,
ज़िन्दगी बस यूंही चलती रहेगी.

Suhana Mausam Shayari Collection in Hindi

mausam shayari

हम बदल नहीं सके तेरे लिए,
मगर बदल गए है तेरी वजह से.

mausam shayari

दिल बहुत करता है के तुमसे बात करूं,
लेकिन दिल की ही ख्वाइश है के शुरुआत तुम करो.

mausam shayari

अच्छी किताबें और अच्छे लोग,
तुरंत समंझ नहीं आते इन्हें पढ़ना पड़ता है.

mausam shayari

जितने हम उन्हें देखने को तरसते हैं,
उससे कहीं ज्यादा तो बदल बरसते है.

mausam shayari

जो मौसम गुज़र गए, उन्हें क्या पता,
यादों का बोझ कितना भारी होता है.

mausam shayari

ए बारिश जरा थम के बरस,
जब मेरा दोस्त आ जाए तो जम के बरस,
पहले ना बरस कि वो आ ना सके,
फिर इतना बरस की वह जा ना सके.

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