हमारी matlabi shayari में आपका स्वागत है यहां हमने आपके लिए काफी उम्दा मतलबी शायरी हिंदी में पेश की है जो आपको मतलबी कैसे होते है यह एहसास कराएंगी।
अक्सर ये शायरी उन खास लोगो के मुंह पर तमाचा है जो अपने दोस्तो, रिश्तेदारों, प्रेमिका, या प्रेमी को केवल मतलब के लिए याद करते है, तो चलिए इन्हे धैर्य से पढ़ते है।
Matlabi Shayari Collection in Hindi मतलबी शायरी हिंदी में
अच्छा हुआ तुम किसी और के हो गए,
चलो खत्म हुई फिक्र तुम्हे अपना बनाने की.
बहुत करीब आकर बताया उसने,
की आपके नहीं हैं हम.
छोड़ के जाने वाले को क्या खबर के,
यादों का बोझ कितना भारी है.
खुद को अंदर से खा गया हु मै,
खुद में रहना मजाक थोड़ी है.
एक हवेली का चौकीदार बुखार से मर गया,
सुना है उस हवेली में एक डॉक्टर रहता था.
हमतो पहले भी जिंदगी में तन्हा थे,
तुमने छोड़कर कौनसा कमाल कर दिया.
बेनूर कर गया है तू मुझे,
तेरे छल ने मेरी रूह तक को दागदार कर दिया है.
कभी लगता है उसकी रूह में शामिल,
कभी लगता है वो मेरा जरा सा भी नही.
खोने की इतनी आदत सी हो गई है,
के अब कुछ भी मिल जाए हैरत नहीं होती.
Rishte Matlabi Shayari in Hindi
किताबो में पढ़ा था मनुष्य पहले जानवर हुआ करता था,
अखबार पढ़ा तो आज भी जानवर ही है.
इन्सान की फितरत है ये,
मुकम्मल मिलने वाली चीज से उसका मन भर जाता है.
हमारे हिस्से के लोग,
लोग ले गए.
तुम्हारे करीब आता हर शक्श,
मुझे कांटो की तरह चुबता है.
खुदा का शुक्र है की उसने ख्वाब बना दिया वरना,
तुझसे मिलने की तमन्ना कभी पूरी नहीं होती.
खामोशी गलत फैसला करा देगी,
बोलिए वरना मसला हो जायेगा.
ये वफा तो उन दिनों की बात है यारो,
जब मकान कच्चे और लोग सच्चे हुआ करते थे.
बहुत मजबूत रिश्ते थे,
बहुत कमजोर लोगो से.
वो सिर्फ कहानियां होती हैं,
जहां आखिर में सब ठीक हो जाता है.
आज वही कल है,
जिसकी कल तुम्हे फिक्र थी.
Matlabi Shayari For Matlabi log
क्या पता, कब कहा,
क्या आखिरी हो.
बेवफा नहीं, बेरहम हो तुम,
तबाह करके बोलते हो, खुश रहो तुम.
आधे चांद को देखकर एहसास होता है,
हर खूबसूरत लम्हा जरूरी नहीं पूरा हो.
मेरी समझ के बाहर है,
मेरे अंदर बैठा शख्स.
मोहब्बत हो या नफरत,
मैं पूरी दिल लगा के करता हूं
दीजिए बद्दुआएं जी भरकर,
अगर हम मर गए तो आपका सो बार शुक्रिया.
तुम्हारा होना मेरे लिए हवा जैसा था,
जरा से तुम इधर उधर हुए, तो सांस रुकने लगती हैं.
होगा तू खुदके लिए आम सा,
कोई मुझसे पूछे कीमत तेरी.
कहा तलाश करोगे मुझसा वफादार,
जो तुमसे जुदा भी रहे, तुमसे मोहब्बत भी करे.
नसीब से मिलते है दिल से रिश्ता निभाने वाले,
वरना हमसफर पाकर भी जाने कितने लोग उदास है.
अब निकल आया हूं मैं बचपन से,
मोहब्बत मेरी आखिरी सरारत थी.
इन्हे जरुर पढ़े
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FAQ,s
मतलाबी लोगो को सबक कैसे सबक सिखाया जाए?
वैसे तो मतलबी लोग बड़े चालाक होते है, अगर बात उन्हे सबक सिखाने की है तो आप उनसे अपना वास्ता कम कर दीजिए, वो आपका कम फायदा उठा पाएंगे
सबसे अच्छी matlabi shayari कौनसी है?
वक्त कभी भी पलट सकता है,
सितम उतना ही करो जितना सह सकते हो.
मतलबी लोगो की पहचान क्या है।
सबसे खास पहचान तो यही है की वो अपना कोई काम पड़ने पर भी आपको याद करेंगे, जबतक उन्हे कोई खास जरूरत आन नही पड़ती तबतक आप उनके लिए कुछ नहीं हो.